Published 2025-12-04
Keywords
- शिक्षा की गुणवत्ता,
- ऑनलाइन शिक्षण में हिंदी माध्यम,
- हिंदी माध्यम में ई-संसाधनों
How to Cite
Abstract
किसी राष्ट्र का विकास उसके नागरिकों की गुणवत्ता पर निर्भर करता है और नागरिकों की गुणवत्ता शिक्षा पर निर्भर करती है। उनकी शिक्षा की गुणवत्ता उनके शिक्षकों पर निर्भर करती है। शिक्षकों की गुणवत्ता— वातावरण, प्रशिक्षण और उनकी शिक्षा पर निर्भर करती है। उचित सेवा-पूर्व अध्यापक शिक्षा, शिक्षकों को यह जानने में सक्षम बनाती है कि बच्चे कैसे सीखते और विकसित होते हैं। सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (आई.सी.टी.) सेवा-पूर्व अध्यापक शिक्षा और शिक्षकों के निरंतर पेशेवर विकास में महत्वपूर्ण भमिूका निभाती है। इस शोध-पत्र में ऑनलाइन शिक्षण में हिंदी माध्यम के विद्यार्थी-शिक्षकों के सम्मुख आने वाली कठिनाइयों पर शोध अध्ययन प्रस्तुत किया गया है। बी.एड. में नामांकित (2021 में) हिंदी माध्यम के 80 विद्यार्थी-शिक्षकों से नमूने एकत्र किए गए थे। इस शोध अध्ययन में ऑनलाइन सीखने में विद्यार्थी-शिक्षकों के सामने आने वाली कठिनाइयों को तीन भागों अर्थात हिंदी भाषा में ई-संसाधनों तक पहुचँने में कठिनाइयाँ, हिंदी भाषा में ई-संसाधनों का उपयोग करने का कौशल और हिंदी भाषा में सीखने में सहायता के लिए प्रौद्योगिकी में वर्गीकृत किया गया था। विद्यार्थी-शिक्षकों से प्राप्त प्रदत्तों के आधार पर उक्त तीन भागों के आधार पर विश्लेषण किया गया। शोधार्थी द्वारा ज्ञात कठिनाइयों के समाधानों में सुझाया गया कि शिक्षकों एवं शिक्षक-प्रशिक्षकों को ई-संसाधनों के विकास के लिए शिक्षित और प्रोत्साहित करना, अंग्रेजी भाषा में उपलब्ध गुणवत्तापूर्ण ई संसाधनों का हिंदी में अनुवाद करना, अध्यापक-शिक्षा पाठ्यक्रम में हिंदी माध्यम में ई-संसाधनों के विकास एवं उपयोग करने के कौशल को शामिल किया जाना, अध्यापक-शिक्षा संस्थानों में हिंदी माध्यम के विद्यार्थी-शिक्षकों द्वारा विकसित ई-संसाधनों की प्रदर्शनी एवं हिंदी माध्यम के विद्यार्थी-शिक्षकों को प्रोत्साहित करने की योजना, वेबसाइट एवं सॉफ्टवेयर का इटंरफेस हिंदी भाषा में विकसित करना इत्यादि उपायों के माध्यम से हिंदी माध्यम विद्यार्थी-शिक्षकों की ऑनलाइन शिक्षण या अधिगम में गुणवत्ता लाई जा सकती है।