Submissions
Author Guidelines
लेख प्रस्तुत करने की प्रक्रिया
शोध पत्र/लेख हिंदी में, राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, श्री अरबिंदो मार्ग, नई दिल्ली 110016 की संबंधित पत्रिका के अकादमिक संपादक को भेजे जाते हैं। हिंदी में प्रस्तुत करने के लिए, लेखक एनसीईआरटी द्वारा प्रकाशित भारतीय आधुनिक शिक्षा पत्रिका में भेज सकते हैं। सभी पांडुलिपियाँ युनिकोड वर्ड प्रारूप में अकादमिक संपादक को ईमेल आईडी (journals.ncert.dte@gmail.com) पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार भेजी जानी चाहिए। पांडुलिपियाँ प्रस्तुत करने के लिए निम्नलिखित दिशानिर्देशों का बिना किसी अपवाद के पालन किया जाना चाहिए:
प्रस्तुतिकरण आवश्यकताएँ तथा फ़ाइल तैयारी
- लेख सरल एवं व्यावहारिक भाषा में हो, जहाँ तक संभव हो लेख या शोध-पत्र में व्यावहारिक चर्चा एवं दैनिक जीवन से जुड़े उदाहरणों का समावेशन करें।
- विषयवस्तु लगभग 2500 से 3000 शब्दों या अधिक में युनिकोड हिंदी फॉन्ट में टंकित होनी चाहिए। जिसमें नीतियों पर टिप्पणियाँ, टिप्पणियाँ या अवलोकन शामिल होने चाहिए। पुस्तक समीक्षा, जिसमें सारांश भी शामिल है, 1500 से 2500 शब्दों में होनी चाहिए।
- विषयवस्तु के साथ ही, तालिका एवं ग्राफ़ हों तथा व्याख्या में तालिका में दिए गए तथ्यों एवं ग्राफ़ का उल्लेख हो।
- ग्राफ़ अलग से Excel File में भी भेजें।
- विषयवस्तु में यदि चित्र हो, तो उनके स्थान पर खाली बॉक्स बनाकर चित्र संख्या लिखे एवं चित्र अलग से JPEG फार्मेट में भेजें, जिसका आकार कम से कम 600 dots per inch (dpi) हो।
- लेखक एवं शोधार्थी अपना संक्षिप्त विवरण भी दें। लेखक/लेखकों को एक अलग शीर्षक पृष्ठ प्रदान करना होगा, जिसमें पांडुलिपि का शीर्षक, नाम, संबद्धता, सभी योगदानकर्ताओं के ईमेल आईडी तथा डाक पते शामिल हों। पांडुलिपि और शीर्षक पृष्ठ फ़ाइल को एक कवरिंग पत्र के साथ प्रस्तुत किया जाना चाहिए, जिसमें निम्नलिखित वचनबद्धता हो:-
"मैं पुष्टि करता/करती हूँ कि पांडुलिपि की उद्धरण शैली भारतीय आधुनिक शिक्षा के अनुसार है। मैंने भारतीय आधुनिक शिक्षा पत्रिका के प्रकाशन दिशानिर्देश पढ़ लिए हैं तथा पुष्टि करता/करती हूँ कि मेरी पांडुलिपि उनके अनुरूप है। मैं घोषणा करता/करती हूँ कि पांडुलिपि मौलिक है, इसे कहीं और प्रस्तुत नहीं किया गया है या पहले प्रकाशित नहीं किया गया है तथा यह कॉपीराइट कानूनों के किसी भी प्रावधान का उल्लंघन नहीं करती है। अनुसंधान एवं प्रकाशन नैतिकता के नियमों के अनुसार, एक समानता रिपोर्ट संलग्न है।”
- संदर्भ वही लिखें, जो लेख या शोध-पत्र में प्रयोग किए गए हों।
- लेख की वर्तमान परिप्रेक्ष्य पर आधारित सार्थक प्रस्तावना लिखें, जो आपके लेख के शीर्षक से संबंधित हो अर्थात्वर्तमान में विद्यालयी शिक्षा एवं अध्यापक शिक्षा पर राष्ट्रीय या राज्य स्तर पर जो नीतिगत परिवर्तन आए हैं, उनका समावेश करने का प्रयास करें।
- निष्कर्ष या समापन विशिष्ट होना चाहिए।
- शोध-पत्र की वर्तमान परिप्रेक्ष्य पर आधारित सार्थक प्रस्तावना एवं औचित्य लिखें, जो आपके शोध-पत्र के शीर्षक से संबन्धित हो।
- शोध अध्ययन का वर्ष लिखा होना चाहिए।(आपका शोध अध्ययन किस वर्ष किया गया?)
- न्यादर्श की पूरी जानकारी लिखें अर्थात् न्यादर्श की प्रकृति, न्यादर्श चयन की विधि आदि।
- प्रदत्त संकलन के लिए उपयोग किए गए उपकरणों की संक्षिप्त जानकारी दें।
- प्रदत्त विश्लेषण में तथ्यों का गुणात्मक आधार बताते हुए विश्लेषण करें।
- उद्देश्यानुसार निष्कर्ष लिखें तथा समापन विशिष्ट होना चाहिए।
- आपके शोध निष्कर्षों से किन्हें लाभ हो सकता है उस पर आधारित शोध-पत्र के शैक्षिक निहितार्थ लिखें।
पांडुलिपि का प्रारूप
प्रस्तुत की जाने वाली पांडुलिपि में निम्नलिखित अनिवार्य खंड होने चाहिए:
हिंदी में प्रस्तुत पांडुलिपियों के लिए, शीर्षक युनिकोड (Unicode) फ़ॉन्ट में 18-पॉइंट आकार का होना चाहिए। मुख्य पाठ युनिकोड फ़ॉन्ट में 16-पॉइंट आकार का होना चाहिए। पांडुलिपि में सार (150-200 शब्दों में), मुख्य पाठ क्षेत्र, निष्कर्ष तथा संदर्भ शामिल होने चाहिए। कोई भी कलाकृति, आकृतियाँ तथा अन्य ग्राफ़िक्स स्पष्ट रूप से दिखाई देने चाहिए, यदि आवश्यक हो, तो अनुलग्नक में प्रदान किए जाने चाहिए। संक्षिप्ताक्षरों का पहली बार उपयोग करते समय उन्हें स्पष्ट रूप से लिखा जाना चाहिए, ताकि ठीक से समझ आए।
संदर्भ शैली और उद्धरण
उद्धरणों को लेखक APA (अमेरिकन साइकोलॉजिकल एसोसिएशन) शैली में लिखें। त्वरित संदर्भ के लिए एक जर्नल लेख तथा एक पुस्तक के उद्धरण के उदाहरण नीचे दिए गए हैं।
- पाल, हंसराज. प्रगत शिक्षा मनोविज्ञान. हिंदी माध्यम कार्यान्वय निदेशालय, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली.
- शर्मा, पी. वर्तमान में शिक्षण: अर्ध-शहरी दिल्ली के कम शुल्क वाले निजी स्कूलों में शिक्षण और शिक्षक पहचान, समकालीन शिक्षा संवाद, 20(2), 283-304, https://doi.org/10.1177/097318492311724
संबंधित लेखक द्वारा प्रस्तुत की जाने वाली महत्वपूर्ण फ़ाइलें
फ़ाइल-1: लेखक/लेखकों के विवरण (नाम, संबद्धता, ई-मेल आईडी, ORCID आईडी तथा संपर्क नंबर) सहित शीर्षक पृष्ठ, लेखक/लेखकों के लिए ORCID आईडी का उल्लेख करना अनिवार्य है।
फ़ाइल-2: 150-200 शब्दों का एक सारांश, सारांश में अध्ययन का उद्देश्य, कार्यप्रणाली, निष्कर्ष और निहितार्थ शामिल होने चाहिए।
फ़ाइल-3: मुख्य पांडुलिपि (लेखक के विवरण के बिना) की विषयवस्तु लगभग 2500 से 5000 शब्दों में होनी चाहिए। मेल फ़ाइल में उल्लिखित चार्ट, तालिकाएँ, आरेख या अन्य संबंधित सामग्री भी अधिक स्पष्ट/उच्च रिज़ॉल्यूशन गुणवत्ता के लिए अलग फ़ाइलों में प्रस्तुत की जानी चाहिए।
फ़ाइल-4: आरेख या रेखाचित्र पूर्ण रूप में, अलग से JPEG फ़ाइलों (600 dpi रिज़ॉल्यूशन वाली) में, पहचान के लिए स्पष्ट रूप से क्रमांकित तथा पाठ में उनकी स्थिति को स्पष्ट रूप से दर्शाने वाले, प्रस्तुत किए जाने चाहिए। तालिकाएँ पाठ के एक भाग के रूप में दी जा सकती हैं। आवश्यकतानुसार कैप्शन दिए जाने चाहिए।
फ़ाइल-5: तालिकाएँ (यदि कोई हों)
फ़ाइल-6: 10% सीमा के भीतर साहित्यिक चोरी की रिपोर्ट।
फ़ाइल 7: AI सामग्री रिपोर्ट।
फ़ाइल-8: एक वचनबद्धता भी होनी चाहिए। (ऊपर बात दिया गया है।)