Vol. 44 No. 01 (2023): भारतीय आधुनिक शिक्षा
Articles

शिक्षण संस्थानों में जेंडर-आधारित हिंसा एवं सुरक्ष्ना के सार्थक समाधानों पर विश्लेषण

मीनाक्षी यादव
शोधार्थी, शिक्षा संकाय, काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश 221005
दीपा मेहता
एसोसिएट प्रोफेसर शिक्षा संकाय, काशी हिन्दू विश्‍वविद्यालय, वाराणसी, उत्तर प्रदेश 221005

Published 2025-12-04

Keywords

  • जेंडर आधारित हिंसा ,
  • जेंडर भेदभाव ,
  • जेंडर समानता ,
  • शैक्षणिक संस्थानों

How to Cite

यादव म., & मेहता द. (2025). शिक्षण संस्थानों में जेंडर-आधारित हिंसा एवं सुरक्ष्ना के सार्थक समाधानों पर विश्लेषण. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 44(01), p.26-40. https://doi.org/10.64742/my8w5y48

Abstract

इस लेख में शैक्षणिक संस्थानों में जेंडर-आधारित हिसा के मुद्दों की जाँच करने का प्रयास किया गया है, जिसमें जेंडर-आधारित हिसा की व्यापकता कारणों और परिणामों की चर्चा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। प्रस्‍तुत लेख में शिक्षण संस्थानों के भीतर छात्राओ, विशेषकर महिलाओ द्वारा अनुभव की जाने वाली हिंसा के विभिन्न रूपों पर चर्चा की गई है। शैक्षणिक संस्थानों में जेंडर असमानता और जेंडर भेदभाव सहित जेंडर आधारित हिसा में योगदान देने वाले कारकों पर प्रकाश डाला गया है। यह लेख इस मुद्दे को संबोधित करने और सभी विद्यार्थियों के बीच सम्मान, समानता एवं अहिंसा बढ़ावा देने वाले सुरक्षित, समावेशी और जेंडर आधारित समान शिक्षण वातावरण को बढ़ावा देने की तत्काल आवश्यकता पर बल देता है। इस लेख में प्रस्तुत निष्कर्ष जेंडर आधारित हिंसा के परिप्रेक्ष्य में चेतना का विकास करते हैं और शैक्षणिक संस्थानों से जेंडर आधारित हिंसा को समाप्त करने के लिए भविष्य में होने वाले शोध, नीति विकास और निवारक उपायों के कार्यान्वयन का आह्वान करते हैं।