खंड 43 No. 1 (2019): प्राथमिक शिक्षक
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शिक्षा और अभिभावकों का दायित्व

पवन सिन्हा
एसोसिएट प्रोफेसर, मोतीलाल नेहरू कॉलेज, दिल्ली विश्वविद्यालय, दिल्ली

प्रकाशित 2019-01-31

संकेत शब्द

  • बच्चे की शिक्षा का दायित्व,
  • बच्चों की शिक्षा

सार

अकसर ऐसा देखने में आता है कि ज्यादातर लोग बच्चों की शिक्षा को स्कूल के साथ जोड़कर देखने के इतने आदी हो गए हैं कि उससे आगे उन्हें कुछ सूझता ही नहीं है। इसमें दोष केवल उस व्यक्ति का नहीं है, जिसे कुछ सूझता नहीं है, बल्कि उस चिंतन, उस सोच का भी है जो समाज में व्याप्त हो चुकी है, हो रही है और अपनी गहरी पैठ बना रही है। समाज के सदस्यों से उपजा चिंतन समाज के सदस्यों पर ही अपना दबाव बनाता है और हमारे समस्त चिंतन, कार्यों आदि को नियंत्रित करता है। इसके साथ यह भी समझना ज़रूरी है कि शिक्षा और स्कूलिंग में अंतर होता है और बच्चे की शिक्षा का दायित्व केवल स्कूल और स्कूली प्रशासन का ही नहीं, बल्कि माता-पिता एवं अभिभावकों का भी है। वे अपने इस दायित्व का निर्वहन कैसे करें- यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। यह लेख इसी महत्वपूर्ण सवाल के संभावित जवाबों को प्रस्तुत करने का एक प्रयास है।