Published 2019-01-31
Keywords
- बच्चे की शिक्षा का दायित्व,
- बच्चों की शिक्षा
How to Cite
Abstract
अकसर ऐसा देखने में आता है कि ज्यादातर लोग बच्चों की शिक्षा को स्कूल के साथ जोड़कर देखने के इतने आदी हो गए हैं कि उससे आगे उन्हें कुछ सूझता ही नहीं है। इसमें दोष केवल उस व्यक्ति का नहीं है, जिसे कुछ सूझता नहीं है, बल्कि उस चिंतन, उस सोच का भी है जो समाज में व्याप्त हो चुकी है, हो रही है और अपनी गहरी पैठ बना रही है। समाज के सदस्यों से उपजा चिंतन समाज के सदस्यों पर ही अपना दबाव बनाता है और हमारे समस्त चिंतन, कार्यों आदि को नियंत्रित करता है। इसके साथ यह भी समझना ज़रूरी है कि शिक्षा और स्कूलिंग में अंतर होता है और बच्चे की शिक्षा का दायित्व केवल स्कूल और स्कूली प्रशासन का ही नहीं, बल्कि माता-पिता एवं अभिभावकों का भी है। वे अपने इस दायित्व का निर्वहन कैसे करें- यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। यह लेख इसी महत्वपूर्ण सवाल के संभावित जवाबों को प्रस्तुत करने का एक प्रयास है।