Vol. 31 No. 03 (2011): भारतीय आधुनिक शिक्षा
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मार्जरी साइक्स : शिक्षा सादगी, सौंदर्य और समानता के लिए

Published 2025-12-04

Keywords

  • मार्जरी साइक्स,
  • शिक्षा विचारक

How to Cite

अनिल सेठी. (2025). मार्जरी साइक्स : शिक्षा सादगी, सौंदर्य और समानता के लिए. भारतीय आधुनिक शिक्षा, 31(03), p. 96. https://doi.org/10.64742/4qv5rj35

Abstract

मार्जरी साइक्स एक प्रमुख शिक्षा विचारक और कार्यकर्ता थीं, जिन्होंने शिक्षा के क्षेत्र में सादगी, सौंदर्य और समानता की अवधारणाओं को प्रमुखता से प्रस्तुत किया। उनका मानना था कि शिक्षा केवल ज्ञान के संचरण तक सीमित नहीं होनी चाहिए, बल्कि यह विद्यार्थियों के जीवन में सौंदर्य, रचनात्मकता, और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों को भी बढ़ावा देनी चाहिए। उनका दृष्टिकोण था कि एक शिक्षक का उद्देश्य न केवल अकादमिक ज्ञान देना है, बल्कि छात्रों को उनके जीवन के प्रति जागरूक, संवेदनशील और नैतिक रूप से सशक्त बनाना भी है।

साइक्स का मानना था कि शिक्षा को सरल और सुलभ बनाए जाने की आवश्यकता है, ताकि यह सभी विद्यार्थियों के लिए समान रूप से उपलब्ध हो सके, चाहे उनका सामाजिक, आर्थिक या सांस्कृतिक पृष्ठभूमि कुछ भी हो। उन्होंने शिक्षा में सौंदर्य के महत्व को रेखांकित किया, जिसमें विद्यार्थियों को कला, साहित्य और सांस्कृतिक अभिव्यक्तियों के माध्यम से रचनात्मकता और संवेदनशीलता के लिए प्रेरित किया जाता है। इसके साथ ही, समानता और समान अवसरों का सिद्धांत भी उनके शिक्षा दृष्टिकोण का केंद्रीय हिस्सा था, जो हर विद्यार्थी को समान शैक्षिक अवसर प्रदान करने की आवश्यकता पर जोर देता था।