Published 2025-06-17
Keywords
- गणित शिक्षा,
- अंक शिक्षा
How to Cite
Abstract
बच्चे विद्यालय में प्रवेश लेने से पूर्व ही कम-ज़्यादा, छोटा-बड़ा जैसे शब्दों का प्रयोग वस्तुओं के संदर्भ में करते हैं; जैसे– यह बड़ी गेंद है, यह गुब्बारा बड़ा है, आदि। बच्चे अपने परिवेश में अपने से बड़े को गिनते हुए देखते-सुनते हैं। इससे प्रेरित होकर और बड़ों का अनुसरण करते हुए बच्चे भी विभिन्न वस्तुओं को गिनने का प्रयास करते हैं। बच्चे प्रायः वस्तुओं को अव्यवस्थित या बिना क्रम से गिनते हैं; जैसे– एक, तीन, पाँच, आठ आदि। जब बच्चा एक बोलता है, तो शायद वह एक वस्तु को अलग ना कर पाए, अर्थात वह गिनने की प्रक्रिया में संगत वस्तुओं को अलग ना कर पाए। प्रथम कक्षा में गणित शिक्षण-अधिगम की शुरुआत में बच्चों के इस पूर्वज्ञान का लाभ उठाना चाहिए। यदि बच्चे संख्याओं को जान गए हैं या कहें कि उन्हें संख्या की अवधारणा स्पष्ट हो गई है।