खंड 45 No. 2 (2021): प्राथमिक शिक्षक
पुस्तक समीक्षा

पुस्तक समीक्षा अंडरस्टैंडिंग चाइल्डहुड एंड एडोलसेंस

ऋषभ कुमार मिश्र
सहायक प्रोफेसर, शिक्षा विभाग, महात्मा गांधी अंतरराष्ट्रीय हिंदी विश्वविद्यालय, वर्धा, महाराष्ट्र

प्रकाशित 2025-10-24

संकेत शब्द

  • अंडरस्टैंडिंग चाइल्डहुड एंड एडोलसेंस

सार

बच्चों के साथ काम करने वाले पेशेवरों, जैसे शिक्षकों, स्वयंसेवी संगठनों के कार्यकर्ताओं आदि के लिए मानव विकास के विविध मनोवैज्ञानिक आयामों की समझ आवश्यक होती है। प्रायः इसे मनोविज्ञान के ज्ञानानुशासन से संबंधित माना जाता है। वर्तमान में इस विषय क्षेत्र से संबंधित अधिकांश पुस्तके जीवनपर्यंत मानव विकास के प्रारूप में लिखी गयी हैं। ये पुस्तके बाल्यावस्था से आरंभ करते हुए प्रत्त्येक अवस्था की विशेषताओं पर प्रकाश डालती है। इस तरह की संदर्भ सामग्री के प्रयोग से सैद्धांतिक समझ केवल मनोविज्ञान की ज्ञान संरचना में जड़ हो जाती है। इस परिपाटी से अलग होते हुए समीक्षित पुस्तक तैयार की गई है। इसका लक्ष्य शिक्षा सहित अन्य व्यवसायों से जुड़े पेशेवरों को बाल्यावस्था और किशोरावस्था की अंतर्नुशासनात्मक समझ देते हुए व्यावहारिक और सांदर्भिक समस्याओं के समाधान की सूझ प्रदान करना है। शिक्षा से जुड़े पाठ्यक्रमों में दो तरह की पुस्तकें प्रयोग की जाती हैं। प्रथम, जो पाठ्य पुस्तक के रूप में लिखी होती है। इनमें किसी खास पाठ्यक्रम को लक्ष्य करते हुए अध्यायवार विषय सामग्री दी जाती है। द्वितीय, जो परिप्रेक्ष्य और शोध पर आधारित होती हैं। ये पुस्तकें पाठकों को एक खास दृष्टि से चिंतन और शोध करने के लिए तैयार करती हैं। प्रथम वर्ग की पुस्तके पाठकों को पाठ्यचर्या की संपूर्ण सामग्री से परिचित कराती है और परीक्षा की तैयारी में सहयोग प्रदान करती हैं। लेकिन इनकी समस्या है कि ये विश्लेषणात्मक नजरिए और वास्तविक परिस्थितियों में समस्या समाधान की क्षमता का विकास करने में अधिक सफल नहीं हो पाती हैं। दूसरी तरह की पुस्तकें शोध और परिप्रेक्ष्य का विकास करती हैं लेकिन ये इतनी विशिष्ट होती हैं कि आम पाठक को प्रारंभिक स्तर पर कठिन जान पड़ती हैं। इस लेख में अंडरस्टैंडिंग चाइल्डहुड एंड एडोलसेंस पुस्तक की समीक्षा की गई है जिसका प्रकाशन सेज पब्लिकेशन द्वारा वर्ष 2020 में हुआ है। समीक्षित पुस्तक इन दोनों प्रकार की पुस्तकों की विशेषताओं को जोड़ती है और इनकी सीमाओं को न्यूनतम करती है।