Vol. 45 No. 1 (2021): प्राथमिक शिक्षक
Articles

आधारभूत साक्षरता का घटक 'पढ़ना' सृजन एवं संवर्धन

संध्या संगई
प्रोफेसर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, रा.है. अ.प्र.प., नई दिल्ली

Published 2025-10-24

Keywords

  • बुनियादी साक्षरता,
  • संख्या ज्ञान,
  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

How to Cite

संगई स. (2025). आधारभूत साक्षरता का घटक ’पढ़ना’ सृजन एवं संवर्धन. प्राथमिक शिक्षक, 45(1), p.22-29. https://ejournals.ncert.gov.in/index.php/pp/article/view/4897

Abstract

बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 द्वारा शिक्षा का मूलभूत आधार माना गया है। नीति निर्माताओं के विचारानुसार कक्षा तीन तक सभी बच्चों को बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान हो जाना चाहिए ताकि आगामी कक्षाओं की पढ़ाई को वे सुचारू रूप से कर सकें। बुनियादी साक्षरता में पढ़ने-लिखने का कौशल मूल रूप से शामिल है लेकिन आवश्यकता यह समझने की है कि बच्चे पढ़ने-लिखने का कौशल कैसे ग्रहण करें और इस कौशल में कौन-कौन से उप-कौशल पर ध्यान दिया जाना आवश्यक है। 'पढ़ना' एक महत्वपूर्ण साक्षरता कौशल है। इसका अभिप्राय मात्र शब्दों और वाक्यों का वर्षों के आधार पर पहचान कर बता देना ही नहीं है अपितु एक सामग्री विशेष का क्या सार है या भाव है इसका अर्थग्रहण करना है। 'पढ़ना' एक बुनियादी कौशल है। इस कौशल को बच्चों में किस प्रकार विकसित किया जाए, अर्थ-ग्रहण की क्षमता विभिन्न प्रकार से कैसे बढ़ाई जाए तथा माता-पिता व परिजन किस प्रकार इस कौशल के समग्र विकास में सहायक हो सकते हैं, इन सभी बिंदुओं को इस लेख के माध्यम से प्रस्तुत किया गया है।