Published 2025-09-02
Keywords
- यशपाल समिति रिपोर्ट,
- छात्रों के अधिगम,
- शिक्षण शास्त्रीय बदलाव
How to Cite
Abstract
शिक्षा मानव के विकास की आवश्यकता है। शिक्षा से व्यक्तित्व का निर्माण होता है। व्यापक रूप से इस तथ्य से इस तथ्य को भी स्वीकारा गया है कि कला, खेल एवं मनोरंजन के माध्यम से दी जाने वाली शिक्षा छात्रों को बहुमुखी प्रतिभा का धनी बनाती है। इस प्रकार की शिक्षा प्राप्त करने से छात्र ज्यादा सक्षम एवं उत्कृष्ट नागरिक बनते हैं। जब शिक्षा बिना बोझ के (यशपाल समिति रिपोर्ट, 1993) की कल्पना की जाती है तो वास्तव में रुचिकर एवं आनंदायक शिक्षा की संकल्पना की धारणा का जिक्र होता है। इस क्रम में शैक्षणिक पहेलियाँ मील का पत्थर साबित होती हैं। यह शैक्षणिक पहेलियाँ छात्रों को मनोरंजन प्रदान करने के साथ-साथ शिक्षा में उनकी रुचि भी उत्पन्न करती हैं। छात्रों के अधिगम को स्थायी करने के लिए व रुचिकर बनाने के लिए सृजनात्मक और संवादात्मक शैक्षिक विधियों या रणनीतियों की आवश्यकता का अनुभव किया गया है। प्रस्तुत लेख शैक्षिक प्रक्रिया को मनोरंजक बनाने में तथा शिक्षण शास्त्रीय बदलाव की प्रक्रिया में वर्ग पहेली के प्रयोग और उपयोगिता के विषय में चर्चा करता है।