Vol. 44 No. 4 (2020): प्राथमिक शिक्षक
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प्राथमिक शिक्षा का बदलता स्वरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020

पदमा यादव
प्रोफेसर, प्रारंभिक शिक्षा विभाग, रा.शै.अ.प्र.प., नयी दिल्ली

Published 2025-09-02

Keywords

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020,
  • फाउंडेशन स्टेज,
  • सरकारी स्कूली शिक्षा

How to Cite

यादव प. (2025). प्राथमिक शिक्षा का बदलता स्वरूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020. प्राथमिक शिक्षक, 44(4), p.26-35. https://ejournals.ncert.gov.in/index.php/pp/article/view/4693

Abstract

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 ने स्कूलों में 10 + 2  संरचना के स्थान पर अब 5+3+3+4 संरचना को शामिल किया है। इसके तहत नया ढाँचा सुझाया गया है जिसे फाउंडेशन स्टेज कहा गया है। इसमें स्कूली शिक्षा के पहले पाँच साल शामिल हैं, जिसमें प्री-स्कूल के तीन साल और कक्षा एक और कक्षा दो समग्र रूप से शामिल हैं। पहले जहाँ सरकारी स्कूली शिक्षा कक्षा एक से शुरू होती थी, वहीं, अब वह प्री-प्राइमरी से शुरू होगी। प्री-स्कूल के पहले दो साल बच्चा किसी आँगनवाड़ी में शिक्षा प्राप्त कर सकता है। तीसरे साल की प्री-स्कूली शिक्षा सरकारी स्कूल में बाल वाटिका कक्षा में प्राप्त कर सकता है (यानि इसकी अवधि एक साल की होगी)। सरल शब्दों में एक साल की प्री-स्कूली शिक्षा कक्षा एक के साथ जोड़ी जा रही है। इसके बाद कक्षा 3 से 5 के तीन साल शामिल हैं, जिसे प्रांरभिक स्तर कहा गया है (जिसे अभी तक हम प्राथमिक या प्राइमरी या लोअर प्राइमरी कहते हैं)। शिक्षण के माध्यम के रूप में प्री-स्कूल और पहली से पाँचवीं तक की कक्षा में मातृभाषा का इस्तेमाल किया जाएगा। प्राथमिक शिक्षा में और क्या नए बदलाव आ रहे हैं? ये बदलाव क्यों किए गए हैं? इस बदलाव के क्या लाभ होंगे आदि की चर्चा इस लेख के माध्यम से की जा रही है।