Vol. 43 No. 3 (2019): प्राथमिक शिक्षक
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प्राथमिक कक्षाओं में सृजनात्मकता का विकास

मनीषा तनेजा पाहुजा
अतिथि प्रवक्ता, मंडलीय शिक्षण एवं प्रशिक्षण संस्थान, घुम्मनहेड़ा, नई दिल्ली

Published 2025-09-02

Keywords

  • सृजनात्मकता,
  • प्राथमिक कक्षा

How to Cite

पाहुजा म. त. (2025). प्राथमिक कक्षाओं में सृजनात्मकता का विकास. प्राथमिक शिक्षक, 43(3), p.5–13. https://ejournals.ncert.gov.in/index.php/pp/article/view/4572

Abstract

सृजनात्मकता, मनुष्य को प्रकृति की सर्वोत्तम देन है। बच्चों में सृजनात्मकता के लक्षण शीघ्र ही दृष्टिगत होने लगते हैं। अनुकूल वातावरण न मिल पाने की स्थिति में कितनी ही प्रतिभाएँ विलुप्त हो जाती हैं। विद्यालयों में भी सृजनात्मकता के विकास के लिए बहुत प्रयास हो रहे हैं, परंतु इसे तीव्र गति प्रदान करने हेतु प्राथमिक कक्षाओं के अध्यापकों को मार्गदर्शन की आवश्यकता है। इस प्रपत्र में सृजनात्मक बच्चों की पहचान के लक्षण बताए गए हैं, कक्षा-कक्ष में किस प्रकार के क्रियाकलापों के माध्यम से प्राथमिक कक्षाओं के बच्चों की सृजनात्मकता का विकास किया जा सकता है आदि बिंदुओं पर चर्चा की गई है।