कबाड़ से जुगाड़ और खिलौनों से विज्ञान नवाचार का केंद्र
Published 2025-06-17
Keywords
- विज्ञान नवाचार,
- वैज्ञानिक नियम,
- विज्ञान शिक्षा
How to Cite
Abstract
विज्ञान को खेल और खिलौनों के माध्यम से सिखाने की शिक्षा पद्धति विकसित करने का श्रेय डॉ. अरविंद गुप्ता को जाता है, जो पिछले 35-40 वर्षों की उनकी अथक मेहनत का परिणाम है। आई.आई.टी. कानपुर के इंजीनियर अरविंद गुप्ता का नाम केवल देश में ही नहीं बल्कि दुनिया के लगभग सभी देशों में सम्मान के साथ लिया जाता है। बच्चों के लिए सस्ते और विज्ञान की समझ को पुख्ता करने वाले खिलौने बनाने का श्रेय उन्हें ही जाता है। इन खिलौनों को बनाने की कई किताबें उन्होंने लिखी हैं। इसके साथ ही बच्चों के लिए विभिन्न भाषाओं में प्रकाशित चुनिंदा पुस्तकों को सबके सामने लाने का उनका एक अभियान रहा है। अरविंद जी का मानना है कि अगर बच्चों को कोई वैज्ञानिक नियम किसी खिलौने के भीतर नज़र आता है तो वे उसे बेहतर समझ पाते हैं। विज्ञान और डिज़ाइन के मूल सिद्धांतों को सीखते हुए बच्चे कबाड़ को भी बेहतरीन, मनोरंजन से भरे खिलौनों में तब्दील कर सकते हैं। इस लीक पर चलते हुए अरविंद गुप्ता ने विज्ञान सीखने की प्रक्रिया को मनोरंजक बनाने का सतत कार्य किया है। एन.आई.ए.S., बेंगलुरु में अरविंद जी से मुलाकात के दौरान विज्ञान प्रसार में वैज्ञानिक निमिष कपूर ने उनसे उनके कार्यों एवं बच्चों में विज्ञान नवसृजन के विषय में विस्तार से चर्चा की, जो आपके सामने प्रस्तुत है।