Published 2025-05-07
How to Cite
Abstract
‘प्रशिक्षण’ किसी व्यक्ति के ज्ञान, कौशल, क्षमताओं एवं अभिरुचि में वृद्धि को कहते हैं। प्राथमिक शिक्षक विद्यार्थी को गणित विषय से लेकर भाषा एवं अनेक जीवन कलाओं को सीखने में मदद करता है। माता-पिता के बाद बालक सीधे प्राथमिक शिक्षक के सानिध्य में ज्ञान एवं कौशल ग्रहण करता है। घर से निकलने के बाद बालक बाहरी वातावरण के संपर्क में आकर अच्छी एवं बुरी सभी बातें सीखता है, लेकिन प्रारंभ से नियंत्रित वातावरण द्वारा दायित्वपूर्ण मार्गदर्शन देकर एक शिक्षक उसे बुरी बातों अथवा व्यवहारों से बचाता है। प्राथमिक शिक्षा संपूर्ण शिक्षा व्यवस्था की रीढ़ की हड्डी है, क्योंकि वही है जो उसे अपने ज्ञान रूपी अस्थिमज्जा से रक्त रूपी शिक्षा प्रदान करता है, जो जीवन भर उसकी और राष्ट्र की रगों में दौड़ता है।