खंड 45 No. 1 (2021): प्राथमिक शिक्षक
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राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के परिप्रेक्ष्य में भारतीय भाषाओं, कला और संस्कृति का संवर्धन

नरेश कुमार
असिस्टेंट प्रोफेसर मंडलीय शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान दक्षिण-पश्चिम, नई दिल्ली

प्रकाशित 2025-10-24

संकेत शब्द

  • राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020,
  • रचनात्मक क्षमताओं,
  • सांस्कृतिक जागरूकता

सार

सबके लिए आसान पहुँच, समानता, गुणवत्ता और जवाबदेही के आधारभूत स्तंभों पर निर्मित राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 वह शिक्षा नीति है जिसका लक्ष्य देश के विकास के लिए अनिवार्य आवश्यकताओं को पूरा करना है। यह नीति प्रत्येक व्यक्ति में निहित रचनात्मक क्षमताओं के विकास पर विशेष ज़ोर देती है तथा इस नीति में तकनीकी शिक्षा, भाषाई बाध्यताओं को दूर करने, दिव्यांग विद्यार्थियों के लिए शिक्षा को सुगम बनाने आदि के लिए तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया है। वास्तव में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 भारतीय संवैधानिक मूल्यों एवं मौलिक दायित्वों से युक्त एक ऐसी शिक्षा नीति है जो देश के साथ जुड़ाव एवं बदलते विश्व में नागरिक की भूमिका और उत्तरदायित्वों की जागरूकता उत्पन्न करने पर बल देती है। यह नीति इस बात को स्वीकारती है कि भाषा निःसंदेह अटूट रूप से कला एवं संस्कृति से जुड़ी होती है। भारतीय कला एवं संस्कृति का संवर्द्धन न केवल राष्ट्र बल्कि व्यक्तियों एवं बच्चों के लिए भी महत्वपूर्ण है। इस संदर्भ में बच्चों के अंदर सांस्कृतिक जागरूकता एवं अभिव्यक्ति जैसी प्रमुख क्षमताओं को विकसित करना बहुत ही जरूरी है। यह शिक्षा नीति इस बात पर बल देती है कि सांस्कृतिक इतिहास, कला, भाषा एवं परंपरा की भावना और ज्ञान के विकास के माध्यम से ही बच्चों के अंदर सकारात्मक सांस्कृतिक पहचान और आत्म-सम्मान की भावना का विकास किया जा सकता है।