कुशवाहा श. (2025) “सीखने-सिखाने के एक संसाधन के रूप में विद्यार्थियों की भाषायी विविधिता”, भारतीय आधुनिक शिक्षा, 44(01), pp. p.61–69. doi:10.64742/qwjxns26.