प्रकाशित 2025-03-03
संकेत शब्द
- शैक्षिक विधियाँ,,
- संसाधन
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सार
यह अध्ययन प्राथमिक विद्यालयों में भाषा शिक्षण की वर्तमान स्थिति का आकलन करता है, विशेष रूप से उन चुनौतियों और अवसरों का विश्लेषण करता है, जो शैक्षिक प्रणाली में भाषा शिक्षा के प्रभावी कार्यान्वयन में समाने आती हैं। भाषा एक महत्वपूर्ण शैक्षिक उपकरण है, जो न केवल विद्यार्थियों के संचार कौशल को बेहतर बनाता है, बल्कि उनके मानसिक और संज्ञानात्मक विकास में भी योगदान करता है। इस अध्ययन का उद्देश्य प्राथमिक विद्यालयों में भाषा शिक्षण की प्रभावशीलता और विद्यार्थियों की भाषा कौशल में हो रहे परिवर्तनों की पहचान करना है।
अध्ययन में यह पाया गया कि प्राथमिक विद्यालयों में भाषा शिक्षण अभी भी पारंपरिक तरीकों पर निर्भर है, जैसे कि व्याकरण और शब्दावली पर अधिक ध्यान केंद्रित किया जाता है, जबकि भाषा के व्यावहारिक उपयोग और संचार कौशल को उतनी प्राथमिकता नहीं दी जाती। शिक्षक-शिक्षिका की क्षमता, संसाधनों की कमी, और पाठ्यक्रम के लचीलेपन की कमी जैसी समस्याएँ भी सामने आईं। इसके अलावा, कई विद्यालयों में विविध भाषाई पृष्ठभूमि वाले बच्चों को एक समान शिक्षा प्रदान करना चुनौतीपूर्ण है, जिससे भाषा शिक्षण में असमानता उत्पन्न होती है।
अध्ययन में यह भी पाया गया कि कुछ विद्यालयों में आधुनिक शिक्षण विधियाँ और सहायक तकनीकियों का उपयोग बढ़ा है, जैसे कि खेल आधारित शिक्षा, परियोजना कार्य और समूह गतिविधियाँ, जो बच्चों को भाषा के प्रति रुचि बढ़ाने और भाषा के उपयोग को वास्तविक संदर्भों में समझने में मदद करती हैं।