खंड 37 No. 04 (2017): भारतीय आधुनिक शिक्षा
Articles

भाषा संबंधी अशुद्धियाँ आज एक गंभीर समस्या एवं चुनौती

प्रकाशित 2025-03-03

संकेत शब्द

  • शिक्षा में सुधार,
  • संवाद की गुणवत्ता

सार

भाषा समाज की पहचान और संस्कृति का अभिन्न हिस्सा होती है। भाषा के माध्यम से ही विचार, भावनाएँ, और संस्कृतियाँ व्यक्त की जाती हैं, जिससे इसका सामाजिक और मानसिक विकास पर गहरा प्रभाव पड़ता है। आजकल, विशेष रूप से शहरी क्षेत्रों में, भाषा संबंधी अशुद्धियाँ एक गंभीर समस्या और चुनौती बन चुकी हैं। ये अशुद्धियाँ न केवल छात्रों और युवाओं के भाषा कौशल को प्रभावित करती हैं, बल्कि समाज में भाषा के उचित प्रयोग और समझ में भी गड़बड़ी उत्पन्न करती हैं। अशुद्ध भाषा का प्रयोग शिक्षा, नौकरी, और सामाजिक संवाद में प्रभाव डालता है, जिससे सामाजिक असमानता और संवाद की समस्याएँ उत्पन्न होती हैं।

इस अध्ययन में भाषा संबंधी अशुद्धियों के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की जाएगी, जैसे कि व्याकरणिक गलतियाँ, शब्दों का गलत उच्चारण, और गलत भाषाई संरचनाएँ। इसके साथ ही, यह भी विश्लेषण किया जाएगा कि यह अशुद्धियाँ भाषा के प्रयोग में कैसे हस्तक्षेप करती हैं और यह किस प्रकार समाज में संवाद की गुणवत्ता को प्रभावित करती हैं। इसके अलावा, इस शोध में यह भी सुझाव दिया जाएगा कि कैसे भाषा संबंधी अशुद्धियों को सुधारा जा सकता है, जैसे कि भाषा शिक्षा को सुधारना, मीडिया में सही भाषा का प्रचार करना, और व्यक्तिगत प्रयासों द्वारा सही भाषा कौशल विकसित करना।